Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Nov 2023 · 1 min read

तुम तो ख़ामोशियां

कितनी आवाज़ दी तुम्हें हमने ।
तुम तो ख़ामोशियां भी सुनते थे ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
5 Likes · 209 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
छुपा रखा है।
छुपा रखा है।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
** राम बनऽला में एतना तऽ..**
** राम बनऽला में एतना तऽ..**
Chunnu Lal Gupta
बाप अपने घर की रौनक.. बेटी देने जा रहा है
बाप अपने घर की रौनक.. बेटी देने जा रहा है
Shweta Soni
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
नाकामयाबी
नाकामयाबी
भरत कुमार सोलंकी
अद्भुत मोदी
अद्भुत मोदी
©️ दामिनी नारायण सिंह
बोला लड्डू मैं बड़ा, रसगुल्ला बेकार ( हास्य कुंडलिया )
बोला लड्डू मैं बड़ा, रसगुल्ला बेकार ( हास्य कुंडलिया )
Ravi Prakash
खुश रहने वाले गांव और गरीबी में खुश रह लेते हैं दुःख का रोना
खुश रहने वाले गांव और गरीबी में खुश रह लेते हैं दुःख का रोना
Ranjeet kumar patre
Tum toote ho itne aik rishte ke toot jaane par
Tum toote ho itne aik rishte ke toot jaane par
HEBA
*वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है(जेल से)*
*वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है(जेल से)*
Dushyant Kumar
सत्य क्या है ?
सत्य क्या है ?
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
In the bamboo forest
In the bamboo forest
Otteri Selvakumar
हर गम छुपा लेते है।
हर गम छुपा लेते है।
Taj Mohammad
सावन आज फिर उमड़ आया है,
सावन आज फिर उमड़ आया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दिल से निकले हाय
दिल से निकले हाय
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
2596.पूर्णिका
2596.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
#अपनाएं_ये_हथकंडे...
#अपनाएं_ये_हथकंडे...
*प्रणय प्रभात*
कभी - कभी
कभी - कभी
Shyam Sundar Subramanian
बहु भाग जाती है
बहु भाग जाती है
पूर्वार्थ
खुद से ज़ब भी मिलता हूँ खुली किताब-सा हो जाता हूँ मैं...!!
खुद से ज़ब भी मिलता हूँ खुली किताब-सा हो जाता हूँ मैं...!!
Ravi Betulwala
जो ले जाये उस पार दिल में ऐसी तमन्ना न रख
जो ले जाये उस पार दिल में ऐसी तमन्ना न रख
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
डिजिटल भारत
डिजिटल भारत
Satish Srijan
I lose myself in your love,
I lose myself in your love,
Shweta Chanda
।। आरती श्री सत्यनारायण जी की।।
।। आरती श्री सत्यनारायण जी की।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मिथकीय/काल्पनिक/गप कथाओं में अक्सर तर्क की रक्षा नहीं हो पात
मिथकीय/काल्पनिक/गप कथाओं में अक्सर तर्क की रक्षा नहीं हो पात
Dr MusafiR BaithA
चप्पलें
चप्पलें
Kanchan Khanna
घाव मरहम से छिपाए जाते है,
घाव मरहम से छिपाए जाते है,
Vindhya Prakash Mishra
अगर महोब्बत बेपनाह हो किसी से
अगर महोब्बत बेपनाह हो किसी से
शेखर सिंह
2
2
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"सावधान"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...