तुम खेलते रहे बाज़ी, जीत के जूनून में
तुम खेलते रहे बाज़ी, जीत के जूनून में
हम खाते रहे मात खुद ही से,तेरी शह में शामिल होने के लिए…
नम्रता सरन “सोना”
तुम खेलते रहे बाज़ी, जीत के जूनून में
हम खाते रहे मात खुद ही से,तेरी शह में शामिल होने के लिए…
नम्रता सरन “सोना”