Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2017 · 1 min read

!! तुम खुश न हुए, तो मेरा क्या फायदा !!

इस ख़ामोशी में रंग भरने को
तुम मुझ को बुला लिया करो
हम को तो आदत है , की
महफ़िल न रौनक हुई
तो क्या फायदा ,
किसी के दिल में
तराने न गूंजे तो
मेरा क्या फायदा
अरमान कुछ खाली न रहे
तो हम भरने चले आते हैं
तेरी महफ़िल आबाद रहे
हम इसी लिए चले आते हैं
हमारी चाहत ही कुछ ऐसी है
सब के लिए
अंदाज ही कुछ ऐसा
तुम सब के लिए
खाली महफ़िल में ताली न बजी
तो क्या फायदा
हमारा तेरी महफ़िल में आने का
बेरौनक नहीं जायेंगे
हम यूं उठकर
अगर तेरा खली दिल भी
रौशन न हुआ , मेरे आने से….

अजीत

Language: Hindi
223 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
"बदल रही है औरत"
Dr. Kishan tandon kranti
एक दो गाना संस्कृत में
एक दो गाना संस्कृत में
मधुसूदन गौतम
मासुमियत है पर मासुम नहीं ,
मासुमियत है पर मासुम नहीं ,
Radha Bablu mishra
मोहब्बत जो हमसे करेगा
मोहब्बत जो हमसे करेगा
gurudeenverma198
मुफलिसो और बेकशों की शान में मेरा ईमान बोलेगा।
मुफलिसो और बेकशों की शान में मेरा ईमान बोलेगा।
Phool gufran
प्लास्टिक की गुड़िया!
प्लास्टिक की गुड़िया!
कविता झा ‘गीत’
चांद चेहरा मुझे क़ुबूल नहीं - संदीप ठाकुर
चांद चेहरा मुझे क़ुबूल नहीं - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
कलियुग है
कलियुग है
Sanjay ' शून्य'
...
...
Ravi Yadav
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
कहते हैं मृत्यु ही एक तय सत्य है,
कहते हैं मृत्यु ही एक तय सत्य है,
पूर्वार्थ
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
बसुधा ने तिरंगा फहराया ।
बसुधा ने तिरंगा फहराया ।
Kuldeep mishra (KD)
** दूर कैसे रहेंगे **
** दूर कैसे रहेंगे **
Chunnu Lal Gupta
खिंची लकीर
खिंची लकीर
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
आया उत्सव तीज का,मस्ती है चहुँ ओर
आया उत्सव तीज का,मस्ती है चहुँ ओर
Dr Archana Gupta
शक्ति की देवी दुर्गे माँ
शक्ति की देवी दुर्गे माँ
Satish Srijan
* सखी  जरा बात  सुन  लो *
* सखी जरा बात सुन लो *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Hasta hai Chehra, Dil Rota bahut h
Hasta hai Chehra, Dil Rota bahut h
Kumar lalit
सरसी
सरसी
Dr.VINEETH M.C
अन्तर मन में उबल रही  है, हर गली गली की ज्वाला ,
अन्तर मन में उबल रही है, हर गली गली की ज्वाला ,
Neelofar Khan
आफताब भी ख़ूब जलने लगा है,
आफताब भी ख़ूब जलने लगा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रहे इहाँ जब छोटकी रेल
रहे इहाँ जब छोटकी रेल
आकाश महेशपुरी
ज़िंदगी की जंग
ज़िंदगी की जंग
Dr. Rajeev Jain
3567.💐 *पूर्णिका* 💐
3567.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जन्नत का हरेक रास्ता, तेरा ही पता है
जन्नत का हरेक रास्ता, तेरा ही पता है
Dr. Rashmi Jha
बसंत
बसंत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
धनिया नींबू दाम बढ़ेगा
धनिया नींबू दाम बढ़ेगा
AJAY AMITABH SUMAN
मैं तुलसी तेरे आँगन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की
Shashi kala vyas
चिन्ता कब परिवार की,
चिन्ता कब परिवार की,
sushil sarna
Loading...