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12 Jun 2023 · 1 min read

तुम कौन हो

तुम कौन हो
चले आते हो झांकने
मेरे मन आँगन में ज़मी
यादों को!
चले आते हो उद्वेलित करने
मेरे अंतर्द्वंद को.
और, मेरे विगत को
मेरे सामने खड़ा कर,
फिर, मुझे छोड जाते हो
निपट तन्हा
और
मेरी मायूसियों में
भटकता छोडकर…
और तन्हा और अकेला!!!!

हिमांशु Kulshreshtha

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