तुम और मैं
याद है तुम्हें
जब बिना बात के
लड़ती थी तुम…
घंटों मेरी राह
तकती थी तुम…
और वो …
चांद तारों की बातें
वो भीगी बरसातें…
वो सब अनगिनत
भीगी यादें..
सहेजी हैं मैने,
मेरे सीप से दिल में…
मोती बन चमकती हैं
जो आज भी मेरे
अंधियारे जीवन में…
© बूंदें