तुम आते
फूल पत्ते पेड़ पहाड़
सभी झूम जाते
खिल जाते हिल जाते
जब कभी तुम आते
सदियों तक तुम्हारे आने
की यही निशानियाँ रहेंगी शायद
तुम्हारे जाने का भी
अवसाद यूँ ही रहेगा
झड़ जाएँगी पत्तियाँ
मुरझाएँगे फूल
और स्तब्ध रहेंगे पेड़ और पहाड़
फूल पत्ते पेड़ पहाड़
सभी झूम जाते
खिल जाते हिल जाते
जब कभी तुम आते
सदियों तक तुम्हारे आने
की यही निशानियाँ रहेंगी शायद
तुम्हारे जाने का भी
अवसाद यूँ ही रहेगा
झड़ जाएँगी पत्तियाँ
मुरझाएँगे फूल
और स्तब्ध रहेंगे पेड़ और पहाड़