Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2024 · 1 min read

तुम अलविदा तो कह जाते

तुम अलविदा तो कह जाते :

इतनी व्यथा ,
इतनी वेदना ,
तिरस्कार,
उपेक्षा ,
कैसे कोई सहे ,
तुम एक बार ,
एक बार तो अलविदा
कह जाते ,
एक बार तो कुछ कह जाते
जाते जाते ,
निर्मोही!
हर युग
यह दोहराता रहा
कन्हैया छोड़ कर गए
प्राण-शक्ति राधा को ,
तज गए
मीरा की भक्ति ,
सम्पर्पण भाव को ,
लक्ष्मण भी वन चले गए
कुछ भी नहीं कहा
उर्मिला से ,
कैसे काटेगी विरह- वेदना ,
किसके कंधे पर
सिर रख कर आँसू बहाएगी,
कुछ तो कहा होता ,
उपेक्षित उर्मिला मौन रही ,
दो शब्द स्नेह के
नीर भरी बदली बन
दुख धो डालते ।
एक टीस सालती रही ,
मन मसोसती रही ,
एक बार तो ,
अलविदा कह जाते ,
उसी में संतोष करती ।

डॉ करुणा भल्ला

1 Like · 75 Views

You may also like these posts

#चिंतन
#चिंतन
*प्रणय*
प्यारा हिन्दुस्तान
प्यारा हिन्दुस्तान
Dinesh Kumar Gangwar
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
दो पंक्तियां
दो पंक्तियां
Vivek saswat Shukla
चाहत बेहतर स्वास्थ्य की
चाहत बेहतर स्वास्थ्य की
Sunil Maheshwari
** मैं शब्द-शिल्पी हूं **
** मैं शब्द-शिल्पी हूं **
भूरचन्द जयपाल
न छुए जा सके कबीर / मुसाफिर बैठा
न छुए जा सके कबीर / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
हाईकु
हाईकु
Neelam Sharma
शीर्षक -श्रीराम उत्सव!
शीर्षक -श्रीराम उत्सव!
Sushma Singh
आ जा उज्ज्वल जीवन-प्रभात।
आ जा उज्ज्वल जीवन-प्रभात।
Anil Mishra Prahari
3579.💐 *पूर्णिका* 💐
3579.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
दुनिया की गाथा
दुनिया की गाथा
Anamika Tiwari 'annpurna '
बस एक प्रहार कटु वचन का - मन बर्फ हो जाए
बस एक प्रहार कटु वचन का - मन बर्फ हो जाए
Atul "Krishn"
नशा छोडो
नशा छोडो
Rajesh Kumar Kaurav
मोदी को सुझाव
मोदी को सुझाव
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
कलम और किताब की लड़ाई
कलम और किताब की लड़ाई
Shekhar Chandra Mitra
श्री कृष्ण ने साफ कहा है कि
श्री कृष्ण ने साफ कहा है कि
पूर्वार्थ
हे दामन में दाग जिनके
हे दामन में दाग जिनके
Swami Ganganiya
जरूरी तो नही
जरूरी तो नही
Ruchi Sharma
आजमाइश
आजमाइश
Suraj Mehra
मस्ती में चूर - डी के निवातिया
मस्ती में चूर - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
*माँ सरस्वती (चौपाई)*
*माँ सरस्वती (चौपाई)*
Rituraj shivem verma
लगे स्वर्ण के आम
लगे स्वर्ण के आम
RAMESH SHARMA
मन का महाभारत
मन का महाभारत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"गिरना, हारना नहीं है"
Dr. Kishan tandon kranti
#शीर्षक;-ले लो निज अंक मॉं
#शीर्षक;-ले लो निज अंक मॉं
Pratibha Pandey
विनम्रता ही व्यक्तित्व में निखार लाता है,
विनम्रता ही व्यक्तित्व में निखार लाता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कविता
कविता
Rambali Mishra
तारो की चमक ही चाँद की खूबसूरती बढ़ाती है,
तारो की चमक ही चाँद की खूबसूरती बढ़ाती है,
Ranjeet kumar patre
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश-7🍁🍁
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश-7🍁🍁
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...