– तुम्हे अब न अपनाऊंगा –
– तुम्हे अब न अपनाऊंगा –
कल कुछ भी में कर जाऊंगा,
कल दिखा दू में अपनो को उनकी औकात,
जो दिखा रहे है मुझे अपने लक्षणों के दात,
दुनिया से तुम्हारे लिए लड़ा में,
दुनिया से अपने लिए भी लड़ जाऊंगा,
वो कुल वंश की मर्यादा,प्रतिष्ठा बनाने को अपनी आहुति देने वाला,
में अपनी आहुति देकर के इस कुल वंश को बचाने वाला था इस वंश को बचाने वाला हु,
दिखा दी तुम सबने अपनी औकात,
देख रहा था में अकेला तुम सब में कितने जज़्बात,
जज्बात मर जाए स्वार्थ में तुम्हारे,
तुम सब धोबी के कुत्ते के समान,
अपनी मर्यादा में रहते अपना सब कुछ कर जाऊंगा,
पर सच कहता है अब दिल से अब गहलोत तुम्हे नही अपनाऊंगा,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क -7742016184