तुम्हें भी हम याद आयेंगे
लाखों की भीड़ में खो जाएंगे
एक दिन हम यूं ही सो जाएंगे
नहीं जानते अभी तक ये हम
क्या कोई निशानी छोड़ पाएंगे।।
जब हम दुनिया से चले जायेंगे
तुम्हें भी कभी हम याद आयेंगे।
आने वाली पीढ़ी के लिए
कुछ तो छोड़ जायेंगे
जब करेंगे कुछ मुकाम हासिल
तभी इस जहां से जायेंगे।।
जब हम दुनिया से चले जायेंगे
तुम्हें भी कभी हम याद आयेंगे।
कुछ तो ऐसा हम कर जाएंगे
पीढ़ियों को भी याद आएंगे
जब होगी शायरी की बात
महफिल को हम भी याद आएंगे।।
जब हम दुनिया से चले जायेंगे
तुम्हें भी कभी हम याद आयेंगे।
जो न कर सके अब तक
वो भी हम कर जाएंगे
ज़रूर तुझे हम एक दिन
अपना बनाकर ही जायेंगे।।
जब हम दुनिया से चले जायेंगे
तुम्हें भी कभी हम याद आयेंगे।
जीयेंगे हम हंसते हंसते हमेशा
दर्द तेरे भी हम हंसकर सह जायेंगे
कभी आएगा वो लम्हा भी जब
अपना भी तुमको हम कह पाएंगे।।
जब हम दुनिया से चले जायेंगे
तुम्हें भी कभी हम याद आयेंगे।