तुम्हें अपना समझते थे
अपनी किस्मत से यूँ ही, उस दिन रूठकर रोये,
हुये तुमसे जुदा जिस दिन, तनहा फूटकर रोये।
भले इल्जाम हो मुझपर, तुमसे बेवफ़ाई का,
तुम्हें अपना समझते थे, इसलिए टूटकर रोये।
अपनी किस्मत से यूँ ही, उस दिन रूठकर रोये,
हुये तुमसे जुदा जिस दिन, तनहा फूटकर रोये।
भले इल्जाम हो मुझपर, तुमसे बेवफ़ाई का,
तुम्हें अपना समझते थे, इसलिए टूटकर रोये।