Nतुम्हीं ज़िन्दगी खूबसूरत हो मेरी
तुम्हीं पहली पहली मुहब्बत हो मेरी
तुम्हीं ज़िन्दगी खूबसूरत हो मेरी
अधूरी सनम मैं तुम्हारे बिना हूँ
बिना रंग खुशबू की जैसे हिना हूँ
तुम्हारे सिवा अब नहीं चाह कोई
न दिल चाहता है नई राह कोई
तुम्हें रोज देखूँ ये हसरत है मेरी
तुम्हीं ज़िन्दगी खूबसूरत हो मेरी
तुम्हारे खयालों में डूबी रहूँ मैं
लिखूँ गीत कोई तुम्हीं को कहूँ मैं
बसे मन शिवालय में तुम इस तरह हो
जिधर देखती हूँ तुम्हीं हर जगह हो
कि तुम अर्चना सी ही चाहत हो मेरी
तुम्हीं ज़िन्दगी खूबसूरत हो मेरी
अलग ज़िन्दगी से कभी तुम न करना
हमें साथ जीना हमें साथ मरना
तुम्हारे बिना जी नहीं अब सकूँगी
यही बात तुमसे हमेशा कहूँगी
तुम्हीं धड़कनों की जरूरत हो मेरी
तुम्हीं ज़िन्दगी खूबसूरत हो मेरी
डॉ अर्चना गुप्ता
26-11-2021