Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Sep 2017 · 1 min read

एक संदेश आपके नाम

*********************
जन्मदिवस के रूप में
यह दिन सुहाना आया है
हर दिल पर रंगी रौनक है
आंखों में मस्ती छाया है
भगवान करे, दस्तूर चले
सालों साल यह शमाँ जले
आज हमारे दिल ने फिर
गीत यही दोहराया है
जन्मदिवस के रूप में
यह दिन सुहाना आया है
************************

Language: Hindi
858 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from राजेश बन्छोर
View all
You may also like:
जिसने दिया था दिल भी वो उसके कभी न थे।
जिसने दिया था दिल भी वो उसके कभी न थे।
सत्य कुमार प्रेमी
वो हमको देखकर मुस्कुराने में व्यस्त थे,
वो हमको देखकर मुस्कुराने में व्यस्त थे,
Smriti Singh
मेरे लिए
मेरे लिए
Shweta Soni
प्रेम की लीला
प्रेम की लीला
Surinder blackpen
नैनीताल ही हवा ताजी नहीं जहरीली है !!!!
नैनीताल ही हवा ताजी नहीं जहरीली है !!!!
Rakshita Bora
ज़िन्दगी दर्द का
ज़िन्दगी दर्द का
Dr fauzia Naseem shad
3687.💐 *पूर्णिका* 💐
3687.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ख़ालीपन
ख़ालीपन
MEENU SHARMA
उसने सिला हमको यह दिया
उसने सिला हमको यह दिया
gurudeenverma198
दीप ऐसा जले
दीप ऐसा जले
Kumud Srivastava
मनभावन होली
मनभावन होली
Anamika Tiwari 'annpurna '
जैसा सोचा था वैसे ही मिला मुझे मे बेहतर की तलाश मे था और मुझ
जैसा सोचा था वैसे ही मिला मुझे मे बेहतर की तलाश मे था और मुझ
Ranjeet kumar patre
व्यक्ति महिला को सब कुछ देने को तैयार है
व्यक्ति महिला को सब कुछ देने को तैयार है
शेखर सिंह
मां शारदे वंदना
मां शारदे वंदना
Neeraj Agarwal
जिन्होंने भारत को लूटा फैलाकर जाल
जिन्होंने भारत को लूटा फैलाकर जाल
Rakesh Panwar
"हाथों की लकीरें"
Dr. Kishan tandon kranti
ठुकरा दो अगर दे कोई ज़िल्लत से समंदर
ठुकरा दो अगर दे कोई ज़िल्लत से समंदर
पूर्वार्थ
Top nhà cái uy tín luôn đảm bảo an toàn, bảo mật thông tin n
Top nhà cái uy tín luôn đảm bảo an toàn, bảo mật thông tin n
Topnhacai
ज़ेहन उठता है प्रश्न, जन्म से पहले कहां थे, मौत के बाद कहां
ज़ेहन उठता है प्रश्न, जन्म से पहले कहां थे, मौत के बाद कहां
Dr.sima
ये ताकत जो बक्सी तुझे कुदरत ने , नशे में न झोंको उबर जाओ भाई
ये ताकत जो बक्सी तुझे कुदरत ने , नशे में न झोंको उबर जाओ भाई
Vijay kumar Pandey
समय की बात है
समय की बात है
Atul "Krishn"
तन्हाई बड़ी बातूनी होती है --
तन्हाई बड़ी बातूनी होती है --
Seema Garg
पर्यावरण संरक्षण
पर्यावरण संरक्षण
Pratibha Pandey
हिंदी दोहे विषय- मंगल
हिंदी दोहे विषय- मंगल
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बेटी को पंख के साथ डंक भी दो
बेटी को पंख के साथ डंक भी दो
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
તે છે સફળતા
તે છે સફળતા
Otteri Selvakumar
आक्रोश - कहानी
आक्रोश - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चलो कुछ कहें
चलो कुछ कहें
Dr. Rajeev Jain
साँस रुकी तो अजनबी ,
साँस रुकी तो अजनबी ,
sushil sarna
Loading...