तुम्हारे जवाब का इंतजार है।
तुम्हारे जवाब का इंतजार है।
मेरा पूंछा सवाल बेकरार है।।1।।
कुछ भी ना हद ए ना पार है।
बाद इसके सब ही बेकार है।।2।।
ये कैसा तेरा अजब हिसार है।
हर वक्त दिल बड़ा बेकरार है।।3।।
यूं तो गुलशन में तो बहार है।
बस तेरा दिल ना गुलज़ार है।।4।।
कहने को तुम को ना प्यार है।
फिर रोता क्यूं यूं जार-जार है।।5।।
हमने भी देखे दिल ए यार है।।
पर तुझसा ना कोई बेज़ार है।।6।।
कहता है मुनाशिब नहीं प्यार है।।
मेरा जमाने में इज्जते परिवार है।।7।।
हर किसी का होता परिवार है।।
बस तुम को ही बड़ा ख्याल है।।8।।
दिले ताज का पुख्ता एतबार है।।
एक दिन तुझे भी होना प्यार है।।9।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ