तुम्हारे ख्यालों डूबे
तुम्हारे ख्यालों डूबे
मेरे अहसास जब कागज़ पर उतरते है
महक उठते हैं लफ्ज़ मेरे
और….
एक दिलकश गज़ल बन जाते हैं
हिमांशु Kulshrestha
तुम्हारे ख्यालों डूबे
मेरे अहसास जब कागज़ पर उतरते है
महक उठते हैं लफ्ज़ मेरे
और….
एक दिलकश गज़ल बन जाते हैं
हिमांशु Kulshrestha