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15 Nov 2024 · 1 min read

तुम्हारी पथ के कांटे मैं पलकों से उठा लूंगा,

तुम्हारी पथ के कांटे मैं पलकों से उठा लूंगा,
सौभाग्य ऐसा भी कहीं हर किसी को मिलता है।

इंजी. संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश

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