तुम्हारी दुआ।
गज़ल
122/12
तुम्हारी दुआ।
हमारी दवा।1
गुज़ारिश यही,
न देना दगा।2
खुदा की कसम,
तू है मरहवा।3
कि मर जाएंगे,
न तू यूं सता।4
हैं तन से अलग,
न दिल से जुदा।5
है दिलकश बहुत,
तेरी हर अदा।6
मैं प्रेमी तेरा,
तुझी पर फिदा।7
……✍️ सत्य कुमार प्रेमी