तुम्हारी जिंदगी में ये ख़ुदा खुशियों के रँग भर दे
ग़ज़ल
तुम्हारी जिंदगी में ये खुदा खुशियों के रंग भर दे।
रहो हर मर्ज़ से तुम दूर लम्बी उम्र भी कर दे।।
कभी महसूस होंठों पे हो तुमको प्यास की शिद्दत।
तुम्हारी प्यास के सदके ये मौला आबे कौशर दे।।
रहें हमराह राहों में लुटाये रोशनी अपनी।
सफ़र के वास्ते तुमको ख़ुदा वो चांद रहबर दे।।
तुम्हारी शोहरतों की खुशबुओं से ये वतन महके।
चलो तन्हा जिधर भी साथ में अब काफिला कर दे।।
अता करना मिरे मौला अनीस अब मांगता तुझसे।
निग़ाहें जिस तरफ उठ जाये तू पुरनूर मंज़र दे।।
– अनीस शाह “अनीस”