Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Dec 2021 · 1 min read

तुम्हारी ग़ैर मौज़ूदगी में..

तुम्हारी ग़ैर मौज़ूदगी..
जला देती है..
रोटी का सोंधापन..
बढ़ा देती है
मन का सूनापन..
कुंठित हो जाते हैं
सवेरे के.. अनमने काम..
तुम्हारी ग़ैर मौज़ूदगी में
नहीं उलझते है..
रेशमी पैरहन पर सिमटे
लजीली कढ़ाई के
सिहरते पायदान!

स्वरचित
रश्मि लहर

Language: Hindi
188 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
लहसुन
लहसुन
आकाश महेशपुरी
National YOUTH Day
National YOUTH Day
Tushar Jagawat
शहरों से निकल के देखो एहसास हमें फिर होगा !ताजगी सुंदर हवा क
शहरों से निकल के देखो एहसास हमें फिर होगा !ताजगी सुंदर हवा क
DrLakshman Jha Parimal
"किसान"
Slok maurya "umang"
परत
परत
शेखर सिंह
*तुम  हुए ना हमारे*
*तुम हुए ना हमारे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अधूरा प्रयास
अधूरा प्रयास
Sûrëkhâ
* संस्कार *
* संस्कार *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ॐ
Prakash Chandra
संजय सनातन की कविता संग्रह गुल्लक
संजय सनातन की कविता संग्रह गुल्लक
Paras Nath Jha
वक्त और हालात जब साथ नहीं देते हैं।
वक्त और हालात जब साथ नहीं देते हैं।
Manoj Mahato
2901.*पूर्णिका*
2901.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*रथ (बाल कविता)*
*रथ (बाल कविता)*
Ravi Prakash
मातृशक्ति
मातृशक्ति
Sanjay ' शून्य'
इश्क़ चाहत की लहरों का सफ़र है,
इश्क़ चाहत की लहरों का सफ़र है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
■ लिख कर रख लो। 👍
■ लिख कर रख लो। 👍
*Author प्रणय प्रभात*
मुझे तुझसे महब्बत है, मगर मैं कह नहीं सकता
मुझे तुझसे महब्बत है, मगर मैं कह नहीं सकता
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कसूर किसका
कसूर किसका
Swami Ganganiya
" चले आना "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
भले दिनों की बात
भले दिनों की बात
Sahil Ahmad
मेरी हसरत जवान रहने दे ।
मेरी हसरत जवान रहने दे ।
Neelam Sharma
"चाँद-तारे"
Dr. Kishan tandon kranti
क्या सोचूं मैं तेरे बारे में
क्या सोचूं मैं तेरे बारे में
gurudeenverma198
कलम व्याध को बेच चुके हो न्याय भला लिक्खोगे कैसे?
कलम व्याध को बेच चुके हो न्याय भला लिक्खोगे कैसे?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
लाखों ख्याल आये
लाखों ख्याल आये
Surinder blackpen
रंगों का बस्ता
रंगों का बस्ता
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
चन्द्रयान तीन क्षितिज के पार🙏
चन्द्रयान तीन क्षितिज के पार🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अगर मेरे अस्तित्व को कविता का नाम दूँ,  तो इस कविता के भावार
अगर मेरे अस्तित्व को कविता का नाम दूँ, तो इस कविता के भावार
Sukoon
होली पर बस एक गिला।
होली पर बस एक गिला।
सत्य कुमार प्रेमी
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
Santosh Shrivastava
Loading...