Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Aug 2019 · 1 min read

तुम्हारा ही सहारा (मुक्तक)

????????????
इनायत है हरी तेरा, सभी से प्यार मिलता है।
तुम्हारे ही भरोसे पर, सकल संसार चलता है।
सदा आशीष देना तुम, सभी में प्रेम हो पूरित-
तुम्हारे ही भरोसे से, ईश हर आस फलता है।।
✍️पं.संजीव शुक्ल “सचिन”

Language: Hindi
1 Like · 407 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
जो हमने पूछा कि...
जो हमने पूछा कि...
Anis Shah
दोस्ती
दोस्ती
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
,,,,,,
,,,,,,
शेखर सिंह
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बची रहे संवेदना...
बची रहे संवेदना...
डॉ.सीमा अग्रवाल
If you do things the same way you've always done them, you'l
If you do things the same way you've always done them, you'l
Vipin Singh
Meditation
Meditation
Ravikesh Jha
💐प्रेम कौतुक-264💐
💐प्रेम कौतुक-264💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सितारे अपने आजकल गर्दिश में चल रहे है
सितारे अपने आजकल गर्दिश में चल रहे है
shabina. Naaz
जिंदगी में जो मिला सब, सिर्फ खोने के लिए(हिंदी गजल गीतिका)
जिंदगी में जो मिला सब, सिर्फ खोने के लिए(हिंदी गजल गीतिका)
Ravi Prakash
प्यार
प्यार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वस हम पर
वस हम पर
Dr fauzia Naseem shad
"कारोबार"
Dr. Kishan tandon kranti
आकाश के नीचे
आकाश के नीचे
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
आशा की किरण
आशा की किरण
Neeraj Agarwal
गांधी से परिचर्चा
गांधी से परिचर्चा
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
इन्द्रिय जनित ज्ञान सब नश्वर, माया जनित सदा छलता है ।
इन्द्रिय जनित ज्ञान सब नश्वर, माया जनित सदा छलता है ।
लक्ष्मी सिंह
हमसाया
हमसाया
Manisha Manjari
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चंद्रयान ३
चंद्रयान ३
प्रदीप कुमार गुप्ता
शिव की महिमा
शिव की महिमा
Praveen Sain
"संसद और सेंगोल"
*Author प्रणय प्रभात*
हत्या
हत्या
Kshma Urmila
माँ
माँ
Harminder Kaur
शराब
शराब
RAKESH RAKESH
पुरुष की अभिलाषा स्त्री से
पुरुष की अभिलाषा स्त्री से
Anju ( Ojhal )
मैं पर्वत हूं, फिर से जीत......✍️💥
मैं पर्वत हूं, फिर से जीत......✍️💥
Shubham Pandey (S P)
मुझे छेड़ो ना इस तरह
मुझे छेड़ो ना इस तरह
Basant Bhagawan Roy
“सुरक्षा में चूक” (संस्मरण-फौजी दर्पण)
“सुरक्षा में चूक” (संस्मरण-फौजी दर्पण)
DrLakshman Jha Parimal
तुझे आगे कदम बढ़ाना होगा ।
तुझे आगे कदम बढ़ाना होगा ।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
Loading...