तुम्हारा यूँ लाड़ लड़ाना
तुम्हारा यूँ लाड़ लड़ाना,
लाड़ लड़ाके नजरे मिलाना,
नज़रे मिलाकर नजरे दिखाना,
नजरे दिखा कर दिल को चुराना,
दिल को चुरा कर दिल में बस जाना।
तुम्हारा यूँ लाड़ लड़ाना,
लाड़ लड़ाके जादू चलाना,
जादू चलाके गुस्सा दिखाना,
गुस्सा दिखा के बातें सुनना,
बातें सुनाके अपना बनाना,
अपना बनाके गले से लगाना,
गले से लगाके मुझमे समाना।।
तुम्हारा यूँ लाड़ लड़ाना,
लाड़ लड़ाके हर दर्द छुपाना,
हर दर्द छुपा के कुछ भी ना बताना,
कुछ भी ना बताके चुप भी ना रहना,
चुप भी ना रहके हर दर्द मुझसे ही कहना।
तुम्हारा यूँ हक जताना,
हक जताके बातें सुनना,
बातें सुनके दिल को लुभाना,
दिल को लुभाके दिलबर बनाना,
दिलबर बनाके सब कुछ लूटना,
सब कुछ लूट के बस हक ही जताना।।
तुम्हारा यूँ लाड़ लड़ाना…
लाड़ लड़ाके यूँ मुस्कराना…
ललकार भारद्वाज