तुम्हारा खयाल आया है।
आज फिर तुम्हारा ख्याल आया है।
यह दिल थोड़ा रोकर मुस्कुराया है।।1।।
तेरी मुहब्बत में हम आशना हुए है।
दिल तो हमारा मुद्दतो से प्यासा है।।2।।
कल्ब की धड़कन तुम बन गए हो।
तेरा हर वास्ता अब हुआ हमारा है।।3।।
सारा घर महका है तेरी खुशबू से।
जबसे यहां आना हुआ तुम्हारा है।।4।।
ना ध्यान देना तुम किसी बात पे।
कहने की खातिर बस जमाना है।।5।।
कुछ ना सोचना हस्ती पर अपनी।
खुदको मिटा कर तुम्हें चाहना है।।6।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ