Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Aug 2016 · 1 min read

तुझे अपने घर पे बुलाने से पहले

तुझे अपने घर पे बुलाने से पहले
सजा लूँ ये कमरा दिखाने से पहले

यहाँ अहतियातन जुरुरी बहुत है
परख लूँ मैं रिश्ता निभाने से पहले

वो फीका तबस्सुम वो अलसाई आँखें
वो रोया बहुत ख़त जलाने से पहले

अधिकतर महकमों में होता यही है
खिलाना ही पड़ता है खाने से पहले

नज़ीर नज़र

347 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हलमुखी छंद
हलमुखी छंद
Neelam Sharma
सजावट की
सजावट की
sushil sarna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
*दानवीर व्यापार-शिरोमणि, भामाशाह प्रणाम है (गीत)*
*दानवीर व्यापार-शिरोमणि, भामाशाह प्रणाम है (गीत)*
Ravi Prakash
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
सफर पर निकले थे जो मंजिल से भटक गए
सफर पर निकले थे जो मंजिल से भटक गए
डी. के. निवातिया
हिंदी
हिंदी
Mamta Rani
💐प्रेम कौतुक-547💐
💐प्रेम कौतुक-547💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कड़वा सच
कड़वा सच
Jogendar singh
शिक्षा तो पाई मगर, मिले नहीं संस्कार
शिक्षा तो पाई मगर, मिले नहीं संस्कार
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ज़िंदगी को दर्द
ज़िंदगी को दर्द
Dr fauzia Naseem shad
सत्य से विलग न ईश्वर है
सत्य से विलग न ईश्वर है
Udaya Narayan Singh
बड़ा सुंदर समागम है, अयोध्या की रियासत में।
बड़ा सुंदर समागम है, अयोध्या की रियासत में।
जगदीश शर्मा सहज
याद तुम्हारी......।
याद तुम्हारी......।
Awadhesh Kumar Singh
#drarunkumarshastei
#drarunkumarshastei
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पुराने पन्नों पे, क़लम से
पुराने पन्नों पे, क़लम से
The_dk_poetry
Why always me!
Why always me!
Bidyadhar Mantry
"इच्छा"
Dr. Kishan tandon kranti
दुर्गा माँ
दुर्गा माँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बदनाम होने के लिए
बदनाम होने के लिए
Shivkumar Bilagrami
माता  रानी  का लगा, है सुंदर  दरबार।
माता रानी का लगा, है सुंदर दरबार।
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
कभी-कभी
कभी-कभी
Ragini Kumari
अब तो इस वुज़ूद से नफ़रत होने लगी मुझे।
अब तो इस वुज़ूद से नफ़रत होने लगी मुझे।
Phool gufran
हे मानव! प्रकृति
हे मानव! प्रकृति
साहित्य गौरव
"निक्कू खरगोश"
Dr Meenu Poonia
हमेशा आंखों के समुद्र ही बहाओगे
हमेशा आंखों के समुद्र ही बहाओगे
कवि दीपक बवेजा
"The Deity in Red"
Manisha Manjari
3019.*पूर्णिका*
3019.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
16, खुश रहना चाहिए
16, खुश रहना चाहिए
Dr Shweta sood
#सामयिक_आलेख
#सामयिक_आलेख
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...