Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Dec 2021 · 1 min read

‘तुझे अकेले चलते जाना’ (छायावाद)

तू अकेला चल बटोही
तुझे अकेले चलते जाना।
बस केवल इतना समझ ले
कहाँ पर है तेरा ठिकाना।

रास्ता यह बड़ा कठिन है
चलने के दिन लेकिन कम है
दूर तक तुझको है जाना
यह विचार मन में तू कर ले
बहती धारा की तरह बस
आगे को बढ़ते ही जाना।
तू अकेला चल बटोही
तुझे अकेले चलते जाना।

रंग-बिरंगे फूल खिले हैं
सुंदर-सुंदर फूल खिले हैं
हवा में भी घुली सुगंध है
मन को क्यों मोहने लगी है
सुरभि रस का ले आनंद पर
अपनी राह पर चलते जाना।
तू अकेला चल बटोही
तुझे अकेले चलते जाना।

कहीं तो पथ है सुनसान पर
कहीं तो भीड़ है बेतहाशा।
नहीं मिलेगा सहचर साथी
इससे कैसी हो तुझे निराशा
राह में किसको खोज रहा है
व्यर्थ है बस समय गंवाना।
तू अकेला चल बटोही
तुझे अकेले चलते जाना।

दूर अपलक देख रहा क्या
वहाँ नहीं तेरा ठिकाना
जिसे तू लक्ष्य समझ रहा है
वह तो केवल भ्रम का जाला
फिर से डगर अपनी पकड़ ले
तुझे दूर तक चलते जाना।
तू अकेला चल बटोही
तुझे अकेले चलते जाना।

-विष्णु प्रसाद ‘पाँचोटिया’

्््््््््््््््््््््््््््््््््््््

Language: Hindi
5 Likes · 7 Comments · 509 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"फ़ानी दुनिया"
Dr. Kishan tandon kranti
होली पर
होली पर
Dr.Pratibha Prakash
*लफ्ज*
*लफ्ज*
Kumar Vikrant
मुझे भी जीने दो (भ्रूण हत्या की कविता)
मुझे भी जीने दो (भ्रूण हत्या की कविता)
Dr. Kishan Karigar
परमेश्वर का प्यार
परमेश्वर का प्यार
ओंकार मिश्र
If you do things the same way you've always done them, you'l
If you do things the same way you've always done them, you'l
Vipin Singh
दोहा
दोहा
sushil sarna
भोजपुरी गाने वर्तमान में इस लिए ट्रेंड ज्यादा कर रहे है क्यो
भोजपुरी गाने वर्तमान में इस लिए ट्रेंड ज्यादा कर रहे है क्यो
Rj Anand Prajapati
पहले जैसा अब अपनापन नहीं रहा
पहले जैसा अब अपनापन नहीं रहा
Dr.Khedu Bharti
क्या कहें?
क्या कहें?
Srishty Bansal
लोकतंत्र के प्रहरी
लोकतंत्र के प्रहरी
Dr Mukesh 'Aseemit'
स्वांग कुली का
स्वांग कुली का
इंजी. संजय श्रीवास्तव
वर्तमान समय मे धार्मिक पाखण्ड ने भारतीय समाज को पूरी तरह दोह
वर्तमान समय मे धार्मिक पाखण्ड ने भारतीय समाज को पूरी तरह दोह
शेखर सिंह
राम पर हाइकु
राम पर हाइकु
Sandeep Pande
पापा
पापा
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
समय यात्रा संभावना -एक विचार
समय यात्रा संभावना -एक विचार
Shyam Sundar Subramanian
कितने बड़े हैवान हो तुम
कितने बड़े हैवान हो तुम
मानक लाल मनु
जीवन का रंगमंच
जीवन का रंगमंच
Harish Chandra Pande
संसार है मतलब का
संसार है मतलब का
अरशद रसूल बदायूंनी
थैला (लघु कथा)
थैला (लघु कथा)
Ravi Prakash
एक भ्रम जाल है
एक भ्रम जाल है
Atul "Krishn"
या खुदा तेरा ही करम रहे।
या खुदा तेरा ही करम रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
Diwakar Mahto
अफ़सोस का बीज
अफ़सोस का बीज
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
दहेज ना लेंगे
दहेज ना लेंगे
भरत कुमार सोलंकी
#दोहा
#दोहा
*प्रणय प्रभात*
बहुत सोर करती है ,तुम्हारी बेजुबा यादें।
बहुत सोर करती है ,तुम्हारी बेजुबा यादें।
पूर्वार्थ
जीवन भी एक विदाई है,
जीवन भी एक विदाई है,
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
ख़ुद के प्रति कुछ कर्तव्य होने चाहिए
ख़ुद के प्रति कुछ कर्तव्य होने चाहिए
Sonam Puneet Dubey
अहसासे ग़मे हिज्र बढ़ाने के लिए आ
अहसासे ग़मे हिज्र बढ़ाने के लिए आ
Sarfaraz Ahmed Aasee
Loading...