तुझसे ही है खूबसूरत मेरी जिन्दगी
सपनों में आ कर,जो तू मुस्कराती है ।
तो मेरी जिन्दगी,खूबसूरत हो ही जाती है ।।
जो अपनी मुहब्बत से,तू मेरे लम्हें चुराती है ।
तो मेरी जिन्दगी,खूबसूरत हो ही जाती है ।।
यह जमाना जब,बन्दिशें लगाता है ।
खुदा के आगे रो दिल,तब तुझे बुलाता है ।।
फिर चुपके से जब तू,मुझसे मिलने आती है ।
तो मेरी जिन्दगी,खूबसूरत हो ही जाती है ।।
मुझको नहीं पसन्द,कोई मुझे देखे ।
बात भी करें,अब कोई मुझे लेके ।।
पर नजरों से जो तू,सब कुछ बोल जाती है ।
तो मेरी जिन्दगी खूबसूरत हो ही जाती है ।।
शक जहन में जब,जरा पल जो जाता है ।
दिल मेरा तब तब,घबरा सा जाता है ।।
पर मुस्करा तू मुझको,तब अपना जो बताती है ।
तो मेरी जिन्दगी खूबसूरत हो ही जाती है ।।
सपनों में आ कर,जो तू मुस्कराती है ।
जो अपनी मुहब्बत से,तू मेरे लम्हें चुराती है ।
तो मेरी जिन्दगी खूबसूरत हो ही जाती है ।।