Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Dec 2017 · 1 min read

*तुझसे ज्यादा हसीन नही*

तुझसे ज्यादा हसीन नही

बर्बादी का जश्न मनाये ऐसे हम शौकीन नही,,
सब बर्दास्त करे हमे ऐसे भी हम तौहीन नही,,

महफ़िल गम से भर जाये यारों की गम इतना भी क्या,,
तेरी यादों के साये में इतने भी हम गमगीन नही,,

चाहत रब से ज्यादा तेरी है इस तंग दर्दे दिल में,,
तू झट से चटकर जाये इतने भी नमकीन नही,,

सांसो से यहसासों का रिश्ता है तेरा मेरे दिल से,,
दुनिया बहुत बड़ी है लेकिन तुझसे ज्यादा हसीन नही,,,

तेरे दिल मे रहना ही है मक़सद मेरा बस ये ही सच है,,,
चाँद ही तू है मनु का ही घर पता ठिकाना जमीन नही,,,

मानक लाल मनु,

Language: Hindi
1 Comment · 209 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
माफी
माफी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
प्यार की कस्ती पे
प्यार की कस्ती पे
Surya Barman
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
पानी की खातिर
पानी की खातिर
Dr. Kishan tandon kranti
बादल
बादल
Shutisha Rajput
*सब पर मकान-गाड़ी, की किस्त की उधारी (हिंदी गजल)*
*सब पर मकान-गाड़ी, की किस्त की उधारी (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
"कभी मेरा ज़िक्र छीड़े"
Lohit Tamta
वक्त नहीं
वक्त नहीं
Vandna Thakur
लिपटी परछाइयां
लिपटी परछाइयां
Surinder blackpen
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
Rj Anand Prajapati
नारी
नारी
Acharya Rama Nand Mandal
मुक्तक
मुक्तक
डॉक्टर रागिनी
दंगा पीड़ित कविता
दंगा पीड़ित कविता
Shyam Pandey
जब असहिष्णुता सर पे चोट करती है ,मंहगाईयाँ सर चढ़ के जब तांडव
जब असहिष्णुता सर पे चोट करती है ,मंहगाईयाँ सर चढ़ के जब तांडव
DrLakshman Jha Parimal
You are the sanctuary of my soul.
You are the sanctuary of my soul.
Manisha Manjari
बुद्ध मैत्री है, ज्ञान के खोजी है।
बुद्ध मैत्री है, ज्ञान के खोजी है।
Buddha Prakash
सबका वह शिकार है, सब उसके ही शिकार हैं…
सबका वह शिकार है, सब उसके ही शिकार हैं…
Anand Kumar
सूर्य देव
सूर्य देव
Bodhisatva kastooriya
कहा हों मोहन, तुम दिखते नहीं हों !
कहा हों मोहन, तुम दिखते नहीं हों !
The_dk_poetry
कभी हमको भी याद कर लिया करो
कभी हमको भी याद कर लिया करो
gurudeenverma198
*चारों और मतलबी लोग है*
*चारों और मतलबी लोग है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
कवि रमेशराज
3229.*पूर्णिका*
3229.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
न जाने कौन रह गया भीगने से शहर में,
न जाने कौन रह गया भीगने से शहर में,
शेखर सिंह
हर बार बीमारी ही वजह नही होती
हर बार बीमारी ही वजह नही होती
ruby kumari
💐प्रेम कौतुक-529💐
💐प्रेम कौतुक-529💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मोहतरमा कुबूल है..... कुबूल है /लवकुश यादव
मोहतरमा कुबूल है..... कुबूल है /लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
दुनिया का क्या दस्तूर बनाया, मरे तो हि अच्छा बतलाया
दुनिया का क्या दस्तूर बनाया, मरे तो हि अच्छा बतलाया
Anil chobisa
जिंदगी और रेलगाड़ी
जिंदगी और रेलगाड़ी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
माना मैं उसके घर नहीं जाता,
माना मैं उसके घर नहीं जाता,
डी. के. निवातिया
Loading...