तीसरा मोर्चा➖एक मौका➖धोखा ही धोखा
बी ० पी० तेरे शासन में,
मण्डल कमण्डल की चासन में,
जनता खडी है अनुशासन में,
कैरासिन हो या गैस घरेलु,
डीजल हो या पैट्रौल,
हर जगह है लाईन लम्बी,
खडे हैं उम्मीद में हम भी,
चर्चा में यह सवाल,
मण्डल बन गया बबाल,
तोड फोड आगजनी और हत्या,
हिंसा और आत्महत्या,
मण्डल मण्डल और सिर्फ मण्डल,
जनता कह रही इसी से बन्धेगा बण्डल,
अब भी सकते हो निर्णय बदल,
थम जायेगी ये सारी हल चल,
बेचैन युवा है इस पल,
ढुंडो इसका कोई स्थायी हल,
बी०पी०तेरे शासन में,
मन्डल कमन्डल की चासन में,
पीस गयी झुठे आश्वासन में,
लुट गयी चुनावी भाषण में ।