तिले धारू बोला, प्यारी फ्योंळी (रोमान्टिक गढ़वाली गीत)
तिले धारू बोला, प्यारी फ्योंळी
तेरी मुखड़ी यन चमकी, जन या रात जुन्याळी
ओsss…होsss… तिले धारू बोला…
लाखूं-हज़ारूं मा इक तू ही प्यारी
जिन मेरी आँख्यूंका सुपन्या संवारी // १. //
ओsss…होsss… तिले धारू बोला…
तू न मिली त मिल मोर ज्याण
तवे संग मिल या जिन्दगी बिताण // २. //
ओsss…होsss… तिले धारू बोला…
मोरिक भी फ्योंळी हम न बिछड़ला
हैंक जन्म मा फ्योंळी फिर मिलला // ३. //
ओsss…होsss… तिले धारू बोला…