Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Sep 2020 · 1 min read

तिलका छंद

तिलका छंद
११२, ११२ (सगण, सगण)
——————-
शिव नाम हरे।
प्रभु धाम हरे।
शिव शंकर हे।
प्रलयंकर। हे।।

जग पालक हो।
तुम चालक हो।
भय नाश करो।
उर वास करो।।

मन से जप लो।
कुछ तो तप लो।
शिपिविष्ट प्रभो।
शितिकण्ठ प्रभो।।

तुम तारक हो।
सुख कारक हो।
दुख दूर करो।
हम चूर करो।।

✍️ पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’

Language: Hindi
3 Likes · 279 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
क्यों खफा है वो मुझसे क्यों भला नाराज़ हैं
क्यों खफा है वो मुझसे क्यों भला नाराज़ हैं
VINOD CHAUHAN
सज़ल
सज़ल
Mahendra Narayan
अंतिम साँझ .....
अंतिम साँझ .....
sushil sarna
बदला सा व्यवहार
बदला सा व्यवहार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
उनको मंजिल कहाँ नसीब
उनको मंजिल कहाँ नसीब
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
👌चोंचलेबाजी-।
👌चोंचलेबाजी-।
*प्रणय प्रभात*
गाँधी हमेशा जिंदा है
गाँधी हमेशा जिंदा है
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*अम्मा जी से भेंट*
*अम्मा जी से भेंट*
Ravi Prakash
चाय और गपशप
चाय और गपशप
Seema gupta,Alwar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Sushila joshi
मतलबी किरदार
मतलबी किरदार
Aman Kumar Holy
सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान।
सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान।
आर.एस. 'प्रीतम'
People in your life should be a source of reducing stress, n
People in your life should be a source of reducing stress, n
पूर्वार्थ
*🌸बाजार *🌸
*🌸बाजार *🌸
Mahima shukla
आज, पापा की याद आई
आज, पापा की याद आई
Rajni kapoor
"एक दीप जलाना चाहूँ"
Ekta chitrangini
डॉ. नामवर सिंह की दृष्टि में कौन-सी कविताएँ गम्भीर और ओजस हैं??
डॉ. नामवर सिंह की दृष्टि में कौन-सी कविताएँ गम्भीर और ओजस हैं??
कवि रमेशराज
जिस चीज में दिल ना लगे,
जिस चीज में दिल ना लगे,
Sunil Maheshwari
अब मै ख़ुद से खफा रहने लगा हूँ
अब मै ख़ुद से खफा रहने लगा हूँ
Bhupendra Rawat
मैं कविता लिखता हूँ तुम कविता बनाती हो
मैं कविता लिखता हूँ तुम कविता बनाती हो
Awadhesh Singh
हँस लो! आज दर-ब-दर हैं
हँस लो! आज दर-ब-दर हैं
गुमनाम 'बाबा'
प्रभु श्रीराम पधारेंगे
प्रभु श्रीराम पधारेंगे
Dr. Upasana Pandey
आज रात कोजागरी....
आज रात कोजागरी....
डॉ.सीमा अग्रवाल
सम्मान
सम्मान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मुकम्मल क्यूँ बने रहते हो,थोड़ी सी कमी रखो
मुकम्मल क्यूँ बने रहते हो,थोड़ी सी कमी रखो
Shweta Soni
3258.*पूर्णिका*
3258.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम्हीं रस्ता तुम्हीं मंज़िल
तुम्हीं रस्ता तुम्हीं मंज़िल
Monika Arora
"जिन्दगी में"
Dr. Kishan tandon kranti
सर्वप्रथम पिया से रँग लगवाउंगी
सर्वप्रथम पिया से रँग लगवाउंगी
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
* गीत प्यारा गुनगुनायें *
* गीत प्यारा गुनगुनायें *
surenderpal vaidya
Loading...