तिरंगे महोत्सव पर दोहे
तिरंगे में तीन रंग,है भारत की जान।
केसरिया श्वेत हरा,है इसकी पहचान।।
तिरंगे में तीन रंग,सेना के तीन अंग।
भारत की रक्षा करते,दुश्मन होवे दंग।।
पूरे भारत देश में,उड़े तिरंगा आज।
तू ही मेरी शान है,हमको तुम पर नाज़।।
तीन रंग के मेल से,ध्वज को लहराया।
केसरिया श्वेत हरा,बीच में चक्र समाया।।
रंग केसरिया हमसे,मांगे है बलिदान।
आपस में न तुम उलझो,स्वेत रंग पहचान।।
ईद दिवाली से बड़ा,है यह पर्व महान।
शहीदों को न भूलना,करना ना अपमान।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम