Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Feb 2024 · 1 min read

तितली

तितली

कितनी सुन्दर प्यारी तितली
नन्ही-नन्ही प्यारी तितली ।
खूब रंग-बिरंगी पंखों वाली
फूलों का रंग चुराने वाली ।
हवा में मस्त लहराने वाली
फूलों पर मंडराने वाली ।
मधुर गीत सुनाती तितली
सबका मन हर्षाती तितली ।
बड़ी चंचल सयानी तितली
हाथ कभी न आती तितली ।
कितनी सुन्दर प्यारी तितली
नन्ही-नन्ही प्यारी तितली ।

– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़

183 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
विचार और रस [ एक ]
विचार और रस [ एक ]
कवि रमेशराज
* नाम रुकने का नहीं *
* नाम रुकने का नहीं *
surenderpal vaidya
" रहस्मयी आत्मा "
Dr Meenu Poonia
मैं सुर हूॅ॑ किसी गीत का पर साज तुम्ही हो
मैं सुर हूॅ॑ किसी गीत का पर साज तुम्ही हो
VINOD CHAUHAN
*झूठी शान चौगुनी जग को, दिखलाते हैं शादी में (हिंदी गजल/व्यं
*झूठी शान चौगुनी जग को, दिखलाते हैं शादी में (हिंदी गजल/व्यं
Ravi Prakash
जिंदगी कि सच्चाई
जिंदगी कि सच्चाई
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कल है हमारा
कल है हमारा
singh kunwar sarvendra vikram
मैं कौन हूं
मैं कौन हूं
Dr Nisha Agrawal
19--🌸उदासीनता 🌸
19--🌸उदासीनता 🌸
Mahima shukla
राष्ट्रशांति
राष्ट्रशांति
Neeraj Agarwal
लक्ष्य
लक्ष्य
Suraj Mehra
"अनपढ़ी किताब सा है जीवन ,
Neeraj kumar Soni
धुआँ सी ज़िंदगी
धुआँ सी ज़िंदगी
Dr. Rajeev Jain
पड़ जाएँ मिरे जिस्म पे लाख़ आबले 'अकबर'
पड़ जाएँ मिरे जिस्म पे लाख़ आबले 'अकबर'
Dr Tabassum Jahan
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*प्रणय प्रभात*
भीतर की प्रकृति जुड़ने लगी है ‘
भीतर की प्रकृति जुड़ने लगी है ‘
Kshma Urmila
मातृत्व
मातृत्व
साहित्य गौरव
I am Sorry
I am Sorry
Mr. Bindesh Jha
International Chess Day
International Chess Day
Tushar Jagawat
असर
असर
Shyam Sundar Subramanian
नारा है या चेतावनी
नारा है या चेतावनी
Dr. Kishan tandon kranti
कारोबार
कारोबार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
आ गए चुनाव
आ गए चुनाव
Sandeep Pande
3228.*पूर्णिका*
3228.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वह हमारा गुरु है
वह हमारा गुरु है
gurudeenverma198
चूहा भी इसलिए मरता है
चूहा भी इसलिए मरता है
शेखर सिंह
रोम रोम है पुलकित मन
रोम रोम है पुलकित मन
sudhir kumar
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
Rj Anand Prajapati
आओ बाहर, देखो बाहर
आओ बाहर, देखो बाहर
जगदीश लववंशी
My Bird
My Bird
Bindesh kumar jha
Loading...