ताल बदल ली।
हर सुर बदला मैने, हर लय-ताल बदल ली।
उजाले को चिराग़ बदला, मशाल बदल ली।
बस जो बदली मैं ही बदली ए जिदंगी!!,
तूने तो मेरे दुःख में, तेरी हर चाल बदल ली।
-शशि “मंजुलाहृदय”
हर सुर बदला मैने, हर लय-ताल बदल ली।
उजाले को चिराग़ बदला, मशाल बदल ली।
बस जो बदली मैं ही बदली ए जिदंगी!!,
तूने तो मेरे दुःख में, तेरी हर चाल बदल ली।
-शशि “मंजुलाहृदय”