तालिबानी हुक्मरान
और कितनी ठोकरें खाओगे
तुम होश में आने के लिए!
धर्म का अफ़ीम दिया जा रहा
तुम्हें जोश में लाने के लिए!
कोई मसीह या अवतार नहीं वह
सिर्फ आदमखोर एक जानवर है
तुम बेताब रहते हो जिसके
आगोश में जाने के लिए!
और कितनी ठोकरें खाओगे
तुम होश में आने के लिए!
धर्म का अफ़ीम दिया जा रहा
तुम्हें जोश में लाने के लिए!
कोई मसीह या अवतार नहीं वह
सिर्फ आदमखोर एक जानवर है
तुम बेताब रहते हो जिसके
आगोश में जाने के लिए!