तारनहारा आए
उदित सूर्य निकले प्राची से
भव उजियारा छाए।
अटक गई जब नाव भंवर में
तारणहारा आए।।
नवल परिभाषा भारत की
लिखने उतरा व्यास कोई।
हारे को हिम्मत दे देता
हारन तारन है सो ई।।
हृदय आस हर मुख मुस्कानें
माँ का प्यारा छाए
अटक गई जब नाव भंवर में
तारनहारा आए…….
गांव सुरक्षित खेत सुरक्षित
पेड़ चढ़ा सुखिया गाए
सोना उगले मातृभूमि अब
घर घर खुशहाली आए
देश सुरक्षित हर आफत से
वीर तिरंगा लहराए
अटक गई जब नाव भंवर में
तारनहारा आए……..
विमला महरिया “मौज”