Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Ajay Chakwate *अजेय*
23 Followers
Follow
Report this post
10 Jan 2023 · 1 min read
तांका
किमया कार
वटवृक्षाचे केले
बोनसय हो
प्रगत माणसाने ….
नपुसंक अन्न धान्य
Language:
Marathi
Tag:
सामाजिक
,
सामाजिक नैतिक तांका
Like
Share
129 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
उम्र पैंतालीस
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हिन्दी मन की पावन गंगा
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
एक अकेला रिश्ता
विजय कुमार अग्रवाल
इंसान फिर भी
Dr fauzia Naseem shad
क्यों करते हो गुरुर अपने इस चार दिन के ठाठ पर
Sandeep Kumar
"शब्दों से बयां नहीं कर सकता मैं ll
पूर्वार्थ
हिन्दी की मिठास, हिन्दी की बात,
Swara Kumari arya
सूर्य अराधना और षष्ठी छठ पर्व के समापन पर प्रकृति रानी यह सं
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
म्यान में ही, रहने दो, शमशीर को,
पंकज परिंदा
तस्वीर तुम्हारी देखी तो
VINOD CHAUHAN
I may sound relatable
Chaahat
मन की सूनी दीवारों पर,
हिमांशु Kulshrestha
दिनचर्या
Santosh kumar Miri
*दिल दरिया बहुत अमीर है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
#शीर्षक;-ले लो निज अंक मॉं
Pratibha Pandey
"गुलशन"
Dr. Kishan tandon kranti
सताया ना कर ये जिंदगी
Rituraj shivem verma
काश तुम मेरे पास होते
Neeraj Mishra " नीर "
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
Phool gufran
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
3199.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम आये तो हमें इल्म रोशनी का हुआ
sushil sarna
मुक्तक... हंसगति छन्द
डॉ.सीमा अग्रवाल
*पाऍं कैसे ब्रह्म को, आओ करें विचार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*वह बिटिया थी*
Mukta Rashmi
वो दिखाते हैं पथ यात्रा
प्रकाश
दिवाली का अभिप्राय है परस्पर मिलना, जुलना और मिष्ठान खाना ,प
ओनिका सेतिया 'अनु '
उकसा रहे हो
विनोद सिल्ला
सच को तमीज नहीं है बात करने की और
Ranjeet kumar patre
अब तो इस राह से,वो शख़्स गुज़रता भी नहीं
शेखर सिंह
Loading...