Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2023 · 1 min read

तस्वीर देख कर सिहर उठा था मन, सत्य मरता रहा और झूठ मारता रहा…

मेरी कलम से…
आनन्द कुमार

उम्र से सब थे बड़े, थे पास खड़े
और हर सेकेंड वे ख़ंजर चलाता रहा
एक मासूम उम्र महज सोलह वर्ष की
चिल्लाती रही तड़पती रही
हर राहगीर देख कर उसे मारता रहा
क़सूर क्या था उसका उसे ना पता
बेक़सूर का यूँ ही जान जाता रहा
चाकू लात घूँसा के बाद पत्थर का क़हर
जुल्मी इस कदर जुल्म ढाता रहा
बेशर्म सोच और मर चुकी मानवता
चुपचाप मौत निहारता रहा
कौन बोले, क्यों बोले, उसका सगा थोड़े ही था,
मर रही थी बेटी, मार रहा था बेटा,
हर बाप और माँ बस ताकता रहा
तस्वीर देख कर सिहर उठा था मन
सत्य मरता रहा और झूठ मारता रहा…

1 Like · 1 Comment · 388 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बहुतेरे हैं प्रश्न पर,
बहुतेरे हैं प्रश्न पर,
sushil sarna
तो जानो आयी है होली
तो जानो आयी है होली
Satish Srijan
*ऋषि नहीं वैज्ञानिक*
*ऋषि नहीं वैज्ञानिक*
Poonam Matia
😢आज की बात😢
😢आज की बात😢
*प्रणय*
खुशी कोई वस्तु नहीं है,जो इसे अलग से बनाई जाए। यह तो आपके कर
खुशी कोई वस्तु नहीं है,जो इसे अलग से बनाई जाए। यह तो आपके कर
Paras Nath Jha
रमेशराज की पत्नी विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की पत्नी विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
बेहद मामूली सा
बेहद मामूली सा
हिमांशु Kulshrestha
When I was a child.........
When I was a child.........
Natasha Stephen
सर्वप्रथम पिया से रंग
सर्वप्रथम पिया से रंग
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
हाईकु
हाईकु
Neelam Sharma
Being corrected means we have been wrong , so it can be diff
Being corrected means we have been wrong , so it can be diff
पूर्वार्थ
दुनिया की हर वोली भाषा को मेरा नमस्कार 🙏🎉
दुनिया की हर वोली भाषा को मेरा नमस्कार 🙏🎉
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मेरा गांव अब उदास रहता है
मेरा गांव अब उदास रहता है
Mritunjay Kumar
ग़म बांटने गए थे उनसे दिल के,
ग़म बांटने गए थे उनसे दिल के,
ओसमणी साहू 'ओश'
*दाता माता ज्ञान की, तुमको कोटि प्रणाम ( कुंडलिया )*
*दाता माता ज्ञान की, तुमको कोटि प्रणाम ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
"जीवन के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िन्दगी के सीधे सपाट रास्ते बहुत लंबी नहीं होती,
ज़िन्दगी के सीधे सपाट रास्ते बहुत लंबी नहीं होती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पानी
पानी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ईश्वर
ईश्वर
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
तुमसे रूठने का सवाल ही नहीं है ...
तुमसे रूठने का सवाल ही नहीं है ...
SURYA PRAKASH SHARMA
किसी से प्यार, हमने भी किया था थोड़ा - थोड़ा
किसी से प्यार, हमने भी किया था थोड़ा - थोड़ा
The_dk_poetry
पुण्यतिथि विशेष :/ विवेकानंद
पुण्यतिथि विशेष :/ विवेकानंद
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -183 के दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -183 के दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
4462.*पूर्णिका*
4462.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खाली मन...... एक सच
खाली मन...... एक सच
Neeraj Agarwal
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
हाजीपुर
पर्यावरण में मचती ये हलचल
पर्यावरण में मचती ये हलचल
Buddha Prakash
दुनिया के मशहूर उद्यमी
दुनिया के मशहूर उद्यमी
Chitra Bisht
जज्बात लिख रहा हूॅ॑
जज्बात लिख रहा हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
ये
ये
Shweta Soni
Loading...