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4 Dec 2021 · 1 min read

तलाश

कोई न जाने वो शहर चाहता हूँ,
कोई न पूछे वो डगर चाहता हूँ,
न रुकूं ऐसा सफर चाहता हूँ,
इश्क़ के मारे, नहीं है,
अरे, हम बेचारे नहीं है,
खुद की तलाश में हूं,
बस पहर-दर-पहर चाहता हूँ

Language: Hindi
4 Likes · 7 Comments · 305 Views
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