तलाक
कोई कहे तीन शब्द ।
कोई तोड़े मन,वचन, कर्म |
टूटते इरादे
मरती संवदेनायें ।
वेवक्त कहर
जेहन दर्द
त्रासद जिंदगी
त्रस्त व्यक्ति (स्त्री, पुरूष )
मोहब्बत या सोहबत
दोनो असम्मान के तख्त ।
झूल रहे हैं आज
तलाक के दावेदार
क्या यही पैगाम
देता है व्यक्तित्व । _ डॉ. सीमा कुमारी , बिहार (भागलपुर ) ।