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22 Feb 2024 · 1 min read

तय

वो कौन है जो तूफान तय करे
वही जो ज़मीन आसमान तय करें

हवा का रुख़ मौसम के नख़रे और
गर्ज़ ये कि परिंदा अपनी उड़ान तय करे

ईमानदारी तबियत की कोई बीमारी नहीं
कि इलाज कोई बेईमान तय करे

वो जो झुक जाये है बुलन्दी पे जाके
उनका क्या कोई ईमान तय करे

सब का अपना अपना रास्ता ‘अजय’
सब अपना अपना सामान तय करे

लगानी हो जिसको अपने नाम की पट्टी
वो खुद अपना चल के निशान तय करे

अजय मिश्र

Language: Hindi
3 Likes · 136 Views

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