तमाशा
बिल्लियों की परस्पर लड़ाई में ,
बंदर देखा करे ज्यों तमाशा ।
तो मीडिया ने क्या गलत किया,
वोह भी देखा करे नेताओं का तमाशा ।
चुटकिली भाव भंगिमाएं , तीक्ष्ण शब्द बाण ,
और कुछ तेज मसाले डालते खबरों में बेतहाशा।
जनता को सचेत करते अपनी तेज आवाज से ,
और कुछ मनोरंजन घोलते उनके नीरस जीवन में,
कोई कसर न छोड़ते उनकी दूर करते निराशा।
भला बिल्लियों की लड़ाई में किसे मजा नहीं आता!
जनता भी बेसब्र रहती देखने को सियासी तमाशा।