Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jan 2023 · 1 min read

तब जाकर के ये आजादी आई है

कई भारत मां के बेटों ने अपनी जान गवाई है |

तब जाकर कर के भारत में यह आजादी आई है |

भगत सिंह , सुखदेव ने अंग्रेजों को ललकारा था |

गांधी जी ने भी यहाँ , तीर अहिंसा का मारा था |

वह भी सूली चढ़ गया जो मां का एकमात्र सहारा था |

आजादी ही भारत मां के गौरव का सिर्फ किनारा था |

इस जिद पर ब्रिटिश शासन कोटि-कोटि हारा था |

बच्चे बच्चे के जुबा पर भारत मां का जय नारा था |

अंग्रेजों ने देश में रहकर देश को ही क्यों लूट लिया |

शासन से पहले सोने की चिड़िया देश हमारा था |

कवि दीपक सरल

Language: Hindi
186 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अब...
अब...
हिमांशु Kulshrestha
पढ़ते है एहसासों को लफ्जो की जुबानी...
पढ़ते है एहसासों को लफ्जो की जुबानी...
पूर्वार्थ
आप समझिये साहिब कागज और कलम की ताकत हर दुनिया की ताकत से बड़ी
आप समझिये साहिब कागज और कलम की ताकत हर दुनिया की ताकत से बड़ी
शेखर सिंह
लइका ल लगव नही जवान तै खाले मलाई
लइका ल लगव नही जवान तै खाले मलाई
Ranjeet kumar patre
2887.*पूर्णिका*
2887.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ईश्वर नाम रख लेने से, तुम ईश्वर ना हो जाओगे,
ईश्वर नाम रख लेने से, तुम ईश्वर ना हो जाओगे,
Anand Kumar
सरस्वती माँ ज्ञान का, सबको देना दान ।
सरस्वती माँ ज्ञान का, सबको देना दान ।
जगदीश शर्मा सहज
मेरी कविता
मेरी कविता
Raju Gajbhiye
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
** गर्मी है पुरजोर **
** गर्मी है पुरजोर **
surenderpal vaidya
पृथ्वी दिवस
पृथ्वी दिवस
Bodhisatva kastooriya
जय श्री राम
जय श्री राम
Er.Navaneet R Shandily
जीवन ज्योति
जीवन ज्योति
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
दिल का दर्द💔🥺
दिल का दर्द💔🥺
$úDhÁ MãÚ₹Yá
कंधे पे अपने मेरा सर रहने दीजिए
कंधे पे अपने मेरा सर रहने दीजिए
rkchaudhary2012
"मैं" एहसास ऐ!
Harminder Kaur
गर्मी की मार
गर्मी की मार
Dr.Pratibha Prakash
तुम अपना भी  जरा ढंग देखो
तुम अपना भी जरा ढंग देखो
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हर गम छुपा लेते है।
हर गम छुपा लेते है।
Taj Mohammad
देखिए आप आप सा हूँ मैं
देखिए आप आप सा हूँ मैं
Anis Shah
"लावा सी"
Dr. Kishan tandon kranti
छोड़ चली तू छोड़ चली
छोड़ चली तू छोड़ चली
gurudeenverma198
सुंदरता की देवी 🙏
सुंदरता की देवी 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"शौर्य"
Lohit Tamta
बाल कविता: मुन्ने का खिलौना
बाल कविता: मुन्ने का खिलौना
Rajesh Kumar Arjun
पत्रकारिता सामाजिक दर्पण
पत्रकारिता सामाजिक दर्पण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
चाय और सिगरेट
चाय और सिगरेट
आकाश महेशपुरी
#दोहा-
#दोहा-
*प्रणय प्रभात*
कल रात सपने में प्रभु मेरे आए।
कल रात सपने में प्रभु मेरे आए।
Kumar Kalhans
आओ दीप जलायें
आओ दीप जलायें
डॉ. शिव लहरी
Loading...