तब की बातें
आपकी प्रतिक्रियाओं से प्रसन्नता होगी और प्रोत्साहन भी………..
तबकी बात और है,
ना करो तबकी बातें,
थे तब भी लेकिन,
जख्म हँसते ना थे।
होंगे सांप तब भी,
यकीनन आस्तीनों में,
रहते थे खामोश,
तब ये डसते ना थे ।।
@ नील पदम्
आपकी प्रतिक्रियाओं से प्रसन्नता होगी और प्रोत्साहन भी………..
तबकी बात और है,
ना करो तबकी बातें,
थे तब भी लेकिन,
जख्म हँसते ना थे।
होंगे सांप तब भी,
यकीनन आस्तीनों में,
रहते थे खामोश,
तब ये डसते ना थे ।।
@ नील पदम्