तप्त हृदय को , सरस स्नेह से ,
तप्त हृदय को , सरस स्नेह से ,
जो सहला दे , मित्र वही है ।
रूखे मन को , सराबोर कर,
जो नहला दे , मित्र वही है ।
प्रिय वियोग ,संतप्त चित्त को ,
जो बहला दे , मित्र वही है ।
अश्रु बूँद की , एक झलक से ,
जो दहला दे , मित्र वही है ।
My friend
Fondles my sorrow stricken soul
With affection is my friend
Drenches my joyless heart with
Showers of love is my friend
Consoles my paining love in the
Moments of separation is my friend
Shivers me with a mirage of a teardrop in his eye is my friend
Kanchan