तपिश धूप की तो महज पल भर की मुश्किल है साहब
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/67b809194dc52b56a0546d344161b8c1_ebd174d7099e079ec541106e80969481_600.jpg)
तपिश धूप की तो महज पल भर की मुश्किल है साहब
ये रात भी जलती है उनके लिए,जिनके पिता नही होते।
योगिनी काजोल@
तपिश धूप की तो महज पल भर की मुश्किल है साहब
ये रात भी जलती है उनके लिए,जिनके पिता नही होते।
योगिनी काजोल@