तपा रहे हो
तपा रहे हो इसे
जानते हैं कि अटूट होता है।
दिखा रहे हो इसे
मग़र पानी में बुझने के बाद ही
मजबूत होता है।।
किन्तु अब
छुपा के रख लो करतूतीयाँ
सभी गर्त की गुहा में
भूलो मत
छूटी हुई निशानियां भी तो
एक सबूत होता है।।
बेटे दो तीन चार जितने भी हों
सभी प्यारे होते हैं
जो बुढापे का सहारा बने
वही सपूत होता है।।
रिश्ते दरार में बह जाते हैं
कभी कभी अनजाने में।
जोड़ने के लिए
मग़र
काफी एक मोहब्बत का सूत ज़ होता है।।
फायदा क्या है पहलवान बनने का
लचके रहिये।
बचके रहिये।
सब डरते हैं उससे
खड़ा जो खेत में बूत होता है।।
उस दरिया में डुबकी सब लगाते हैं
नहाते हैं साहब जमके
पीते हैं अम्रत सा
वाह वाह
उस पानी में
जिसमें
सफाई का वहाव अकूत होता है।।