तन रही है बंदूके नेताओ की बोली पर
चढ़ रही है चादर
होली की रंगोली पर
तन रही है बंदूके
नेताओ की बोली पर
दफ़न है किस्से सारे
अमर जवानों के
भारत माता रो रही है
देखकर कटे शीश जवानों के
देश के वीर जवानों ने
कर्ज दूध का चुका दिया
देश के नेताओं ने तो अपनी
धरती माँ को बिकवा दिया
स्वार्थ के खातिर नाज़ाने कितने
मासूमों को बलि चढ़ा दिया
भूपेंद्र रावत
17।12।2017