तन को कष्ट न दीजिए, दाम्पत्य अनमोल।
तन को कष्ट न दीजिए, दाम्पत्य अनमोल।
पति को केवल चाहिए, प्रेम भरे दो बोल।।
फेरों के सातों वचन, पुनः करें हम याद।
जीवन भर का साथ हो, मधुर रहे संवाद।।
– जगदीश शर्मा सहज
तन को कष्ट न दीजिए, दाम्पत्य अनमोल।
पति को केवल चाहिए, प्रेम भरे दो बोल।।
फेरों के सातों वचन, पुनः करें हम याद।
जीवन भर का साथ हो, मधुर रहे संवाद।।
– जगदीश शर्मा सहज