तन्हा
कटता नही आखिरी
पहर रात का
सुना है कल
बहुत दूर चले जाओगे ।
सूनी हो जायेंगी
संकरी गलियां गांव की
अब रोज कहां
तुम नज़र आओगे ।
तन्हा हो जायेगा
सफर जिन्दगी का
नमी आंखों की
कौन देख पायेगा ।
कंठ मूक हो जायेगा
मुंडेर पर कागों का
अब कहां तुम
कभी लौट कर आओगे ।।
राज विग 28.08.2020.