तन्हाई
फिर वो भूली सी याद आई है
जाग उठी फिर मेरी तन्हाई है
है बहुत इतना कि तुझे देख लिया
यादें तस्वीर बनकर मेरी रूह में उतर आई हैं
नहीं चाहत है मुझे बहारों की
दिल में तेरी यादों की महक छाई है
?नीलम शर्मा ?
फिर वो भूली सी याद आई है
जाग उठी फिर मेरी तन्हाई है
है बहुत इतना कि तुझे देख लिया
यादें तस्वीर बनकर मेरी रूह में उतर आई हैं
नहीं चाहत है मुझे बहारों की
दिल में तेरी यादों की महक छाई है
?नीलम शर्मा ?