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7 Jul 2017 · 1 min read

तन्हाई

फिर वो भूली सी याद आई है
जाग उठी फिर मेरी तन्हाई है
है बहुत इतना कि तुझे देख लिया
यादें तस्वीर बनकर मेरी रूह में उतर आई हैं
नहीं चाहत है मुझे बहारों की
दिल में तेरी यादों की महक छाई है
?नीलम शर्मा ?

Language: Hindi
452 Views
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