तन्हाई तू मेरी दोस्त है
कभी यादों के वातायन से हंसी का तोहफा लाती है
कभी नयनों में आंसुओं के नदीश भर जाती है
जो मजलिसें रुलाती हैं हमें ,उनसे अच्छी मेरी तन्हाई है
जो महफिलें इल्ज़ाम लगाती हैं मुझ पर,उनसे अच्छी मेरी तन्हाई है
तन्हाई मेरी दोस्त है ,हर पल साथ रहती है
तन्हाई कितनी खूबसूरत है ,कम से कम मेरा हाल तो पूंछती है
जब अकेला होता हूँ ,तो मेरे चेहरे पे हंसी लाती है
जो कोई न दे सका ,वो मेरा साथ निभाती है
आशा की किरण से ,मेरी जिंदगी में सवेरा लाती है
हारने के बाद जीतने का हौसला ,मुझमें जगाती है
मेरी जिंदगी की राहों में , कितने आए और चले गए
रिश्ते नाते बने यहाँ जो भी , कुछ निभे और टूट गए
पर खड़ी साथ तू ऐसे ,जैसे पर्वत जमीं से हिलता नहीं
तेरे जैसा रंजो -गम साथी ,इतनी जल्दी मिलता नहीं
तन्हाई तू मेरी दोस्त है ,हर पल साथ रहती है
तू कितनी खूबसूरत है , कम से कम मेरा हाल तो पूंछती है …..