Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Feb 2022 · 1 min read

तन्हाई अच्छी है

तन्हाई
अच्छी है
उन रिश्तों की भीड़ से जो
रजाई सा
आगोश में भरकर
अपनेपन की गरमाई न दे सकें
शूल से चुभते हों
जिस फूलों के उपवन से
उनसे तो
जुदाई
अच्छी है।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
315 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Minal Aggarwal
View all
You may also like:
हमको रखना या सबका दिल यूँ भी ,
हमको रखना या सबका दिल यूँ भी ,
Dr fauzia Naseem shad
25. *पलभर में*
25. *पलभर में*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
लड़कियां बड़ी मासूम होती है,
लड़कियां बड़ी मासूम होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पाहन भी भगवान
पाहन भी भगवान
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
"शब्द भरते अहसास"
Dr. Kishan tandon kranti
वक्त के साथ लड़कों से धीरे धीरे छूटता गया,
वक्त के साथ लड़कों से धीरे धीरे छूटता गया,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
प्यार समर्पण माँगता,
प्यार समर्पण माँगता,
sushil sarna
**!! अलविदा दीपावली !!*
**!! अलविदा दीपावली !!*"
AVINASH (Avi...) MEHRA
वक्त
वक्त
Dinesh Kumar Gangwar
यूँ ही क्यूँ - बस तुम याद आ गयी
यूँ ही क्यूँ - बस तुम याद आ गयी
Atul "Krishn"
बीती बिसरी
बीती बिसरी
Dr. Rajeev Jain
डॉ अरूण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक 😚🤨
डॉ अरूण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक 😚🤨
DR ARUN KUMAR SHASTRI
✍🏻Happy teachers day✍🏻
✍🏻Happy teachers day✍🏻
Neeraj kumar Soni
कोई फ़र्क़ पड़ता नहीं है मुझे अब, कोई हमनवा हमनिवाला नहीं है।
कोई फ़र्क़ पड़ता नहीं है मुझे अब, कोई हमनवा हमनिवाला नहीं है।
*प्रणय*
!............!
!............!
शेखर सिंह
दिल का मासूम घरौंदा
दिल का मासूम घरौंदा
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
3424⚘ *पूर्णिका* ⚘
3424⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
वो छोड़ गया था जो
वो छोड़ गया था जो
Shweta Soni
सत्य
सत्य
Seema Garg
उम्र के हर पड़ाव पर
उम्र के हर पड़ाव पर
Surinder blackpen
*जिंदगी मुझ पे तू एक अहसान कर*
*जिंदगी मुझ पे तू एक अहसान कर*
sudhir kumar
*क्रम चलता आने-जाने का, जन जग में खाली आते हैं (राधेश्यामी छ
*क्रम चलता आने-जाने का, जन जग में खाली आते हैं (राधेश्यामी छ
Ravi Prakash
बेईमान बाला
बेईमान बाला
singh kunwar sarvendra vikram
तू तो सब समझता है ऐ मेरे मौला
तू तो सब समझता है ऐ मेरे मौला
SHAMA PARVEEN
हम भी तो देखे
हम भी तो देखे
हिमांशु Kulshrestha
मिला कुछ भी नहीं खोया बहुत है
मिला कुछ भी नहीं खोया बहुत है
अरशद रसूल बदायूंनी
पंचतत्व का परमतत्व में विलय हुआ,
पंचतत्व का परमतत्व में विलय हुआ,
Anamika Tiwari 'annpurna '
सदा दे रहे
सदा दे रहे
अंसार एटवी
ज़िन्दगी में
ज़िन्दगी में
Santosh Shrivastava
Loading...